Maha Shivratri 2018 Puja

राशि के अनुसार करें भगवान शिव की पूजा

2018 Maha Shivaratri, Puja Muhurt

मेष- इस राशि के स्वामी मंगल देव है, इनके लिए लाल रंग शुभ माना जाता है। मान्यता है कि शिवरात्रि के दिन लाल चंदन और लाल रंग के पुष्प इस राशि के लोग भगवान शिव को अर्पित करें तो ये व्रत उनके लिए अधिक फलदायी हो जाता है

वृषभ- भगवान शिव के वाहन वृषभ हैं। इस राशि का स्वामी शुक्र को माना जाता है। सफेद रंग इनके लिए शुभ हो सकता है। इस कारण से सफेद चमेली के फूलों से भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए।

मिथुन- इस राशि का स्वामी बुध को माना जाता है। मिथुन राशि के लोगों को भगवान शिव को धतूरा, भांग अर्पित कर सकते हैं। पंचाक्षरी मंत्र ऊं नमः शिवाय का पाठ लाभकारी माना जाता है

कर्क- इस राशि के स्वामी चंद्रमा है जिन्हें भगवान शिव ने अपनी जटाओं में धारण कर रखा है। कर्क राशि के जातकों को शिवलिंग का अभिषेक भांग मिश्रित दूध से करना चाहिए।

सिंह- इस राशि के स्वामी सूर्य देव माने जाते हैं। भगवान शिव की आराधना में सिंह राशि के लोगों को कनेर के लाल फूल अर्पित करने चाहिए।

कन्या- इस राशि का स्वामी बुध को माना जाता है। कन्या राशि के लोग भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि सामग्री शिवलिंग पर अर्पित कर सकते हैं। ऊं नमः शिवाय का पाठ करना इनके लिए लाभकारी हो सकता है।

तुला- इस राशि का स्वामी शुक्र को माना जाता है। मिश्री युक्त दूध से शिवलिंग का अभिषेक करना लाभकारी हो सकता है

वृश्चिक- इस राशि के स्वामी भौमेय मंगल को माना जाता है। इस राशि के लोगों को गुलाब के फूलों और बिल्वपत्रों की जड़ से करनी चाहिए।

धनु- इस राशि का स्वामी बृहस्तपति देव को माना जाता है। इन्हें पीला रंग प्रिय होता है। धनु राशि के लोगों को पीले फूलों से भगवान शिव का पूजन करना चाहिए।

मकर- इस राशि का स्वामी शनि को माना जाता है। धतूरा, भांग, अष्टगंध आदि से भगवान शिव की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। पार्वतीनाथाय नमः का पाठ करना इस राशि के लोगों के लिए लाभदायक माना जाता है

कुंभ- इस राशि के स्वामी शनि देव हैं। गन्ने के रस से इस राशि के लोगों को शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। धन लाभ की इच्छा करने वाले इस राशि के लोगों को शिवाष्टक का पाठ करना चाहिए।

मीन- इस राशि के स्वामी बृहस्पतिदेव हैं। पंचामृत, पीले रंग के फूलों से इस राशि के लोग भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं। 108 बार ऊं नमः शिवाय का पाठ इनके लिए लाभकारी हो सकता है।