ज्योतिष योग

राजयोग चित्र योग परिभाषा :यदि द्वितीयेश नवमस्थ हो, नवमेश एकादशस्थ हो और एकादशेश उच्च हो तो चित्र योग का निर्माण होता है. (ज्योतिष रत्नाकर) फल:ऐसा जातक बहुत तीछ्ण बुद्धि वाला, अनेक विद्याओं का जानने वाला एवं विळ्ान में प्रवीण होता है.  राजयोग चामर योग परिभाषा :यदि...

नवग्रह-कवच

नवग्रह-कवच नीचे  ‘यामलतन्त्र’ का एक ‘नवग्रह-कवच’ दिया जा रहा है। इसका श्रदधापूर्वक पाठ करने तथा इसे ताबीजमें रखकर भुजामें धारण करनेसे बहुत लाभ होता है। ॐ शिरो मे पातु मार्त्तण्डः कपालं रोहिणीपतिः । मुखमङगारकः पातु कण्ठं च शशिनन्दनः।। बुद्धि जीवः सदा पातु हदयं...