हस्तरेखा में मणिबंध रेखा का परिचय (Maniband Introduction)

हस्तरेखा में मणिबंध रेखा का परिचय हाथ के मूल भाग में कलाई के ऊपरी भाग में मणिबन्ध होता है यह कई रेखाओं की सहायता से घुमावदार रेखा होती है। मणिबन्ध में तीन बल होने से लम्बी आयु का पता चलता है तथा तीन से अधिक रेखायें होने से शुभ नहीं माना जाता है। अ- मणिबन्ध में अनेक...

मस्तिष्क रेखा ( Line of Mind in palmistry )

मस्तिष्क रेखा देर से आरम्भ होने वाली मस्तिष्क रेखा ऐसी मस्तिष्क रेखा को जीवन रेखा के अंदर या उससे ऊपर से आरम्भ न होकर शनि की उंगली के नीचे से आरम्भ होती है |कभी कभी यह दूसरी मस्तिष्क रेखा के साथ होती है इसको ढके रहती है |यह मस्तिष्क रेखा का दोष है |अतः दोषपूर्ण...

जीवन रेखा या आयु रेखा (Life Line in Palmistry)

जीवन रेखा या आयु रेखा (Life Line in Palmistry) जीवन रेखा या आयु रेखा हस्त रेखा पद्धति में अंगूठे  के तीसरे पोर को घेरने  वाली रेखा आयु रेखा कहलाती है अगर यह रेखा दोनों हाथों में स्पष्ट रुप से गोला युक्त हो तो आयु का निश्चित प्रमाण भली प्रकार दिया जा सकता है |यहां एक...

रेखाओ की अध्ययन विधि (Method of reading of Palmistry)

रेखाओ की अध्ययन विधि हाथ की उंगलियों अनिल छोटी-छोटी रेखाएं होती हैं जिनका निर्माण गर्भ में 13 सप्ताह से होना शुरू हो जाता है यह लगभग 20 वें सप्ताह तक पूर्ण रूप से बन जाती है |और किसी समय वर्तमान भविष्य का विशेष हाथ की रेखा में स्पष्ट हो जाता है कि समय त्वचा में भी एक...

शनि ग्रह हस्त रेखा में (Saturn in Palmistry)

शनि ग्रह हस्त रेखा में (Saturn in Palmistry) शनि ग्रह दूसरी उंगली के मूल स्थान में स्थित होता है इस ग्रह के मुख्य गुण है एकांतप्रिय था बुद्धिमानी चुपचाप दृढ़ निश्चय करना गंभीर विषयों का ध्यान करना और भाग्य पर अंधविश्वास करना यदि यह बिल्कुल विकसित ना हो तो व्यक्ति मैं...

बृहस्पति ग्रह हस्त रेखा में (Jupiter in Palmistry)

बृहस्पति ग्रह हस्त रेखा में बृहस्पति ग्रहण पहली उंगली या तर्जनी उंगली के मूल स्थान में स्थित होता है यदि वह सुविकसित हो तो व्यक्ति में दूसरों का प्रभुत्व जमाने की शासन करने की नेतृत्व और संगठन करने की तथा किसी ऊंचे लक्ष्य को प्राप्त करने की आकांछा होती है यह सदगुण तभी...